भारत भू के कण कण से, मुझको बहुत ही प्रीत है। यहाँ प्रकृति के दृश्यों में, बजता रहता भारत भू के कण कण से, मुझको बहुत ही प्रीत है। यहाँ प्रकृति के दृश्यों में, ...
आजीवन आभारी रहूंगा, मैं आजीवन ही आभारी। आजीवन आभारी रहूंगा, मैं आजीवन ही आभारी।
जीवन वही है जिसे आप बनाते हैं। जीवन वही है जिसे आप बनाते हैं।
तेरी आदतों के साथ जिन्दगी आसान लगे साथ तेरे होने के कुछ तो आसार लगे। तेरी आदतों के साथ जिन्दगी आसान लगे साथ तेरे होने के कुछ तो आसार लगे।
तू सती है,तू साध्वी है,तू सावित्री है। हाॅं, तू तो नारी है,सब पर तू भारी है। तू सती है,तू साध्वी है,तू सावित्री है। हाॅं, तू तो नारी है,सब पर तू भारी है।
डरा नहीं किसी मुगलपुत से हल्दीघाटी का आभारी था। डरा नहीं किसी मुगलपुत से हल्दीघाटी का आभारी था।